द्वापर युग सऽ अखन धरि मनाओल जा रहल अछि भाए-बहिनक पाबनि सामा-चकेबा
मिथिला में भाए-बहिनक पाबनि सामा-चकेवा द्वापर युग सऽ चलैत आबि रहल अछी। भाए-बहिनक इ सबसऽ पैघ पाबनि छैक जे छैठक' परणा सऽ कार्तिक पूर्णिमा...
rediscovering "MITHILA" | spreading "MAITHILI" | uniting "MAITHILS"